पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2070 किसानों का खाता होगा सीज
अभिलेखों में हेराफेरी कर जिले के 2770 अपात्रों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ले लिया है। सत्यापन में खुलासा होने पर रिकवरी नोटिस जारी करने के आठ माह बाद भी अधिकतर किसानों ने धनराशि वापस नहीं की। अब विभाग ने अपात्र किसानों के खाते को सीज कराकर भेजी गई धनराशि की वसूली करने का फैसला लिया है। इस संबंध में कृषि विभाग की ओर से शाखा प्रबंधक को पत्र भेजा जाएगा।
केंद्र सरकार ने एक दिसंबर 2018 से किसान सम्मान निधि योजना शुरू की। इस योजना के तहत किसानों के बैंक खाते में तीन किस्तों में छह हजार रुपये भेजे जाते हैं। शुरुआत में किसानों को स्वलिखित शपथपत्र के आधार पर लाभ दे दिया गया। इससे तमाम अपात्र किसानों ने भी कर्मचारियों की मिलीभगत से योजना का लाभ ले लिया। शिकायत पर शासन ने सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसानों की जांच कराई।
इनमें से 2,770 ऐसे किसान चिह्नित हुए, जो आयकर दाता, सरकारी पेंशनर, शिक्षामित्र व एक ही परिवार के कई सदस्य हैं। शासन ने इन्हें अपात्र घोषित करते हुए रकम रिकवरी का आदेश दिया। उप निदेशक कृषि डॉ. उदय भान गौतम ने बताया कि पांच माह पहले विभाग की ओर से अपात्र किसानों को नोटिस नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर धनराशि जमा करने का निर्देश दिया गया था।
इनमें से अब तक सिर्फ 700 किसानों ने ही धनराशि वापस किया है।
जबकि 2,070 अपात्र किसान योजना की धनराशि वापस करने में आनाकानी कर रहे हैं। आचार संहिता खत्म होने के बाद संबंधित किसानों को दोबारा नोटिस भेजी जाएगी। नोटिस मिलने के 15 दिन के भीतर यदि किसानों ने धनराशि वापस नही किया तो उनका खाता सीज कराते हुए बैंक के माध्यम से ही रकम वापस ली जाएगी।
संशोधन के चक्कर में दस हजार किसान वंचित
मंझनपुर ।
जनपद के 1.90 लाख किसानों को सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। 10,000 से अधिक किसानों की सम्मान निधि रुक गई है। इसकी कई वजह है। कई किसानों ने दो-दो बार रजिस्ट्रेशन करा दिया है, तो कुछ के रिकार्ड में दो-दो बैंक खाते जुड़ गए हैं। कई किसानों ने पहले दूसरा बैंक खाता दिया था।
बाद में दूसरे बैंक खाते में आधार कार्ड अपडेट कराया तो पहले वाले खाते में सम्मान निधि आना बंद हो गई। ये किसान सम्मान निधि के लिए विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
उन किसानों के बैंक खाता नंबर और आधार के फीडिंग में गड़बड़ी है। उसका संशोधन कराया जा रहा है। अधिकतर किसानों के अभिलेखों को दुरुस्त करा कर पीएम सम्मान निधि के पोर्टल पर फीडिंग करा दी गई है। अप्रैल माह में सभी किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।
डॉ. उदय भान गौतम, कृषि उपनिदेश ने कहा है।
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